HOW MUCH YOU NEED TO EXPECT YOU'LL PAY FOR A GOOD SHIV CHALISA IN HINDI

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good shiv chalisa in hindi

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good shiv chalisa in hindi

Blog Article

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल Shiv chaisa को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

Report this page